इनदिनों झारखंड किसी न किसी वजह से समाचार व चर्चा में बना रहता है. इस बार झारखंड के चर्चा में रहने की वजह देश का सबसे बड़ा तैरता सोलर प्लांट है. झारखंड में देश का सबसे बड़ा तैरता सोलर प्लांट लगाने जा रहा है.रस्ते से सभी स्पीड ब्रेकर हट गए हैं.
रांची के गेतलसूद और धुर्वा डैम पर सोलर प्लांट की मदद से कुल 150 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जाएगा. इन दोनों संयंत्रों को स्थापित करने के लिए हाल ही में विश्व बैंक ने निवेश के लिए सैद्धांतिक सहमति दे दी है. जल संसाधन विभाग से एनओसी मिल गई है. इस संदर्व में वन विभाग से भी मंजूरी मिल गई है. अगले साल जुलाई से सौर ऊर्जा का उत्पादन शुरू हो जाएगा.
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी), झारखंड बिजली वितरण निगम (JBVNL) और विश्व बैंक के अधिकारियों ने पिछले दिनों दोनों डैमों का संयुक्त रूप से भौतिक निरीक्षण किया. गेतलसूद डैम के 1.6 वर्ग किमी क्षेत्र में 100 और धुर्वा डैम के 0.8 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 50 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए सेकी संयंत्र लगाएगा. इस प्रोजेक्ट में निवेश विश्व बैंक करेगा. मालूम चला है कि दोनों प्रोजेक्ट पर अगले दो से तीन महीने में काम शुरू किया है.