बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के कारण 150 से अधिक बच्चों की मौत के बाद अब असम में जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) से 21 लोगों की जान जा चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बीते दिनों यह जानकारी साझा की.
केंद्रीय टीम के गुवाहाटी में स्थिति की समीक्षा करने के बाद बाद ये जानकारी मिली, इस टीम में 4 सदस्य शामिल थे और टीम का नेतृत्व करने वाले अतिरिक्त सचिव संजीव कुमार ने बताया कि, ‘जुलाई और अगस्त आने वाले ये दो महत्वपूर्ण महीने हैं. इसका असर कम करना एक चुनौती भरा काम साबित हो सकता है.
कुमार ने आगे कहा कि, ‘हमने राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिल कर स्थिति की समीक्षा की है. जापानी इंसेफेलाइटिस के दर्ज किए गए 69 मामलों में से अब तक इससे 21 मौतें हुई हैं. मैंने टीकाकरण की स्थिति की भी समीक्षा की, जो जापानी इंसेफेलाइटिस के मामलों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है.’
बता दें कि इस चार सदस्यों की टीम में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के निर्देश के बाद राज्य में स्थितियों की समीक्षा के लिए इस टीम को वहां भेजा गया था.
राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. उमेश फांग्सो ने बताया, इस साल जून महीने तक जापानी इंसेफेलाइटिस से असम में 21 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीँ 59 लोग इससे पीड़ित हैं. पिछले साल इसी समय में जापानी इंसेफेलाइटिस के 72 मामले दर्ज किए गए थे और 13 लोगों की जान चली गयी थी.