INX मीडिया मामले में पी. चिदंबरम को ED की गिरफ्तारी से तो राहत मिल गयी. लेकिन चिदंबरम के लिए नई मुसीबत सामने आ गए. राज्यसभा के सांसद अमर सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आइना दिखाते हुए एक वीडियो जारी कर चिदंबरम के खिलाफ सबूतों के बारे में बात की.
राहुल गांधी को देना चाहतें है सुझाव
अमर सिंह ने कहा कि आदरणीय राहुल जी आपको कई बातों का पता नहीं है. मैं आपकी आलोचना नहीं बल्कि आपसे विनती करके एक सुझाव देना चाहता हूं.
आप हमेशा कहते आए हैं कि रिलायंस कंपनी के मालिक अनिल अंबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घनिष्ट मित्र हैं. मैं आपको बता दूं वीडियोकोन कंपनी के मालिक वेणुगोपाल धूत और अनिल अंबानी सबसे ज्यादा खास मित्र पी. चिदंबरम के है.
राहुल गांधी को सलाह मशवरा देते हुए अमर सिंह ने कहा कि किस – किस समय में भूषण स्टील, कॉर्पोरेट हाउस को अरबों- खरबों रूपए दिए है. जो कि NPA हो गए हैं. इन सब के सबूत मेरे पास है, जब आप चाहेंगे में इन सबूतों को सार्वजनिक कर दूंगा.
The charge of @INCIndia that @narendramodi ji is looting #RBI by taking 1.76 lakh crore is better than placing gold on mortgage as was done during PM Chandrashekhar Ji’s regime. @RahulGandhi @PChidambaram_IN @BJP4India @dna @ANI @ABPNews @nsitharaman #RBILooted pic.twitter.com/kgB3z26fDc
— Amar Singh (@AmarSinghTweets) August 27, 2019
NPA हुए रुपयों को लेकर मोदी जी है परेशान
इसके अलावा राहुल गांधी पर तंजा कसते हुए अमर सिंह ने कहा कि आप यह देखें कि जिन अरबों की संख्या में रुपयों को अंधाधुंध बांटा गया है. जिन पैसों के लिए मोदी जी परेशान है कि इन NPA रुपयों की भरपाई कैसे की जाए. इन रुपयों को किसके शाशनकाल में आवंटित किया गया है.
अमर सिंह ने कहा अगर पी. चिदंबरम के कार्यकाल में रुपयों का बंटवारा नहीं किया गया है तो आप एक श्वेत प्रमाण पत्र जारी कर दीजिए.
भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे धीरे कम होती जा रही है, इस पर अमर सिंह ने बयान दिया किया कि अर्थव्यवस्था ने यह रुख अपनाया है इसके लिए मोदी जी नहीं बल्कि एक ही आदमी पी. चिदंबरम जिम्मेदार है.
कौन है अमर सिंह ?
अमर सिंह भारतीय संसद के उपरी सदन राज्य सभा के सांसद हैं. इससे पहले यह समाजवादी पार्टी के महासचिव थे. इन पर भ्रष्टाचार के विभिन्न मामले दर्ज़ हैं. 6 जनवरी 2010 को, इन्होंने समाजवादी पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया. जिसके बाद इन्हें 2 फ़रवरी 2010 को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.
पार्टी से निष्काषित होने के बाद अमर सिंह अपने दम पर अकेले राज्यसभा में अपनी पहचान बनाई और अब वह राज्यसभा में सांसद है.