एंटीगुआ पीएम गैस्टन ब्राउन ने भारत के बड़े पैमाने पर राजनयिक दबाव के बाद मेहुल चोकसी की नागरिकता को रद्द करने पर सहमति व्यक्त की है.
मेहुल चोकसी की नागरिकता पहले एंटीगुआ में संसाधित की गई थी और वह इसके माध्यम से प्राप्त करने में कामयाब रहा था. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि उनकी नागरिकता रद्द कर दी जाएगी और उन्हें भारत वापस भेज दिया जाएगा.
एंटीगुआ के पीएम ने कहा है कि ऐसा मामला नहीं है कि हम अपराधियों और वित्तीय अपराधों में शामिल लोगों को कोई सुरक्षित बंदरगाह मुहैया कराने की कोशिश कर रहे हैं.
PM ने कहा, “चोकसी की नागरिकता पर कार्रवाई की गई. हमारे पास पुनरावृत्ति है, वास्तविकता यह है कि उनकी नागरिकता रद्द कर दी जाएगी और उन्हें भारत भेज दिया जाएगा.”
“मौजूदा वक़्त में मामला अदालत के समक्ष है, इसलिए हमें उचित प्रक्रिया की अनुमति देनी होगी. हमने भारत सरकार को अवगत कराया है कि अपराधियों को भी मौलिक अधिकार हैं और चोकसी को अपनी स्थिति का बचाव करने के लिए अदालत में जाने का अधिकार है. लेकिन मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं. एंटीगुआन प्रधान मंत्री ने कहा, “जब उन्होंने अपने सभी कानूनी विकल्पों को समाप्त कर दिया, तो उन्हें प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा.”
पिछले साल जनवरी में, चोकसी 14,000 करोड़ रुपये के PNB धोखाधड़ी सामने आने के बाद फरार हो गया, जिसके तहत प्राथमिक अभियुक्त नीरव मोदी और चोकसी खुद थे. इसके बाद, उन्होंने अपने भारतीय पासपोर्ट को आत्मसमर्पण कर दिया और एंटीगुआन नागरिकता ले ली.