खनन घोटाला मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के 22 जगहों पर CBI ने छापेमारी की हैं. CBI ने UP के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के घर में भी CBI छापेमारी की है. यूपी के हमीरपुर में भी छापेमारी चल रही है.
CBI is conducting raids at 22 locations in Uttar Pradesh and Delhi; CBI raid also underway at the premises former UP Minister Gayatri Prajapati in connection with illegal mining case. (Visual from premises of UP Minister Gayatri Prajapati in Amethi) pic.twitter.com/gfFjDnfC0k
— ANI UP (@ANINewsUP) June 12, 2019
आपको बता दें कि मामला गायत्री प्रजापति से जुड़ा हुआ है. इसी साल जनवरी महीने में उत्तर-प्रदेश में हुए खनन घोटाले में CBI कि जांच में हमीरपुर की DM रहते हुए IAS बी चंद्रकला पर दस अन्य लोगों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रचते हुए अवैध खनन करवाने का मामला सामने आया था.
अधिकारियों ने कहा है कि अखिलेश यादव नीत तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार में प्रजापति के पास खनन विभाग की जिम्मेदारी थी. उन्होंने बताया कि मामला राज्य में विभिन्न जिलों में खनन लीज आवंटन में नियमों में उल्लंघन से जुड़ा है.
इन लोगों के खिलाफ दर्ज है मामला
यूपी में अवैध खनन के मामले में CBI 11 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज कर चुकी है. CBI ने हमीरपुर जिले की पूर्व कलेक्टर और IPS अधिकारी बी. चंद्रकला, खनिक आदिल खान, भूवैज्ञानिक/खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी के नेता रमेश कुमार मिश्रा, उनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा, राम आश्रय प्रजापति, हमीरपुर के खनन विभाग के पूर्व क्लर्क संजय दीक्षित, उनके पिता सत्यदेव दीक्षित और रामअवतार सिंह के नाम प्राथमिकी में शामिल हैं. संजय दीक्षित ने 2017 में बहुजन समाज पार्टी के तरफ से विधानसभा चुनाव पर लड़ा था.
क्या था मामला
यह खनन घोटाला समाजवादी पार्टी की सरकार में साल 2012 से 2016 के बीच हुआ था. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने CBI इस घोटाले की जांच करने का निर्देश दिया है. हाईकोर्ट ने दो अलग-अलग जनहित याचिकाओं पर 28 जुलाई 2016 को अवैध खनन की जांच के आदेश दिए थे. जांच में CBI को साल 2012-16 के दौरान हमीरपुर जिले में व्यापक पैमाने पर अवैध खनन किए जाने के साक्ष्य मिले, जिससे बड़े पैमाने पर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा.