धनबाद के मटकुरिया मुक्तिधाम ( श्मशान घाट) को अच्छे ढंग से बनाया जा रहा हैं. ताकि धनबाद के मटकुरिया मुक्तिधाम में कई सुविधाएं उपलब्ध हो सकें. लेकिन यहां काम किए जाने के दौरान एक हजार से अधिक मानव कंकाल मिले हैं. जिसके बाद नगर निगम ने मटकुरिया मुक्तिधाम में लावारिश लाशों को दफन करने पर रोक लगा दी है. प्रत्येक श्मशान घाट के कायाकल्प पर एक से डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है.
कंकाल मिलने पर मजदूरों ने नगर निगम से की शिकायत
आधुनिक स्वरूप देने के लिए मटकुरिया मुक्तिधाम में मजदूरों ने काम करना शुरू किया. जिसके लिए मजदूरों ने नींव बनाने के साथ- साथ अन्य निर्माण के लिए खुदाई शुरू की तो उन्हें जमीन के नीचे से कंकाल ही कंकाल मिले.
एक हजार से अधिक कंकाल निकलने के बाद कार्य करने वाले मजदूरों ने निगम को सूचना दी. जिसके बाद नगर निगम की ओर से जगह का निरीक्षण किया गया.
जिसके बाद से यहां लावारिश लाशों को दफनाने पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया.
इन श्मशान घाटों को आधुनिक स्वरुप इसलिए दिया जा रहा हैं ताकि यहां आए लोगों को स्वच्छ पानी, पार्क की सुविधा उपलब्ध हो सकें.
इसलिए इन शमशान घाटों में पार्क की तरह आर्टिफिशियल घास, बैठने के लिए छायादार शेड, स्वच्छ पानी, शौचालय, नहाने और हाथ- पैर धोने की अलग व्यवस्था आदि होगी.