दिल्ली: दिल्ली के अस्पतालों में डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, शनिवार (3 अगस्त) सुबह 8 बजे दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह एलान किया कि NMC बिल के कुछ प्रावधानों को लेकर चल रही उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी. लेकिन आपातकालीन सेवाएं 3 अगस्त सुबह से शुरू हो जाएंगी.
नेशनल मेडिकल कमीशन बिल 2019 के खिलाफ डॉक्टरों ने हड़ताल जारी कर रखी है. डॉक्टरों का कहना है कि विधेयक राज्यसभा में पारित हो जाता है तो वे OPD, आपात विभाग, ICU और ऑपरेशन थियेटरों में काम को रोक देंगे और अपना विरोध अनिश्चितकाल के लिए जारी रखेंगे.
मरीजों को हो रही परेशानी
एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज सहित दिल्ली सरकार व नगर निगमों के 50 से ज्यादा सरकारी अस्पतालों के करीब 20 हजार रेजिडेंट डॉक्टर गुरुवार से हड़ताल पर है.
हड़ताल के चलते करीब 7 हजार छोटे- बड़े ऑपरेशन टालने पड़े और 80 हजार से अधिक मरीजों को उपचार नहीं मिल सका.
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मरीजों के घरवालों ने बताया किन परेशानियों का करना पड़ रहा सामना
डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को किन परेशानियों का सामना करना पड़ा यह उनके घरवालों ने खुद बताया जैसेकि दिल्ली के सुनील ने कहा कि वह गुरुवार को अपनी मां की तबियत खराब होने पर देर रात एम्स अस्पताल में लेकर आए थे, लेकिन घंटों इंतज़ार करने के बाद भी उनकी मां का इलाज नहीं किया गया.
इसी तरह 60 वर्षीय UP निवासी शशि देवी ने कहा कि, वह अपने बीमार बेटे और पति के साथ बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचीं. वह अपने बेटे को बृहस्पतिवार को एक डॉक्टर को दिखाना चाहती थीं लेकिन दिखा नहीं पाई और उन्हें बाद में आने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि उन्हें मालूम नहीं कि वह दिल्ली में कहां रुकेंगी.