आज के समय में शराब (Alcohol) पीने वालों की संख्या देश में 15 प्रतिशत है यानी लगभग 16 करोड़ लोग देश में शराब पीते हैं. शराब के बाद नशीले पदार्थो में सबसे अधिक प्रयोग ड्रग्स का किया जाता है.
छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश और गोवा में शराब का सबसे ज्यादा सेवन किया जाता है.
एल्कोहल के सेवन से कई गंभीर बीमारियां होती हैं जैसेकि- लीवर में समस्या, कैंसर आदि. नशे में ड्राइविंग करने के कारण रोड ऐक्सिडेंट्स सबसे ज्यादा होते हैं. भारत में हर 5 व्यक्ति में से 2 व्यक्ति शराब पीते हैं. शराब पीने की वजह से हर साल 2.6 लाख भारतीयों की मौत हो रही है. खासतौर पर पुरुषों की, पुरुषों के लिए एल्कोहल के अधिक सेवन से मौत का खतरा ज्यादा रहता है.
एल्कोहल से विश्व में हर दिन 6 हजार लोगों की मौत
दुनियाभर में हर साल 20 में से 1 व्यक्ति की मौत शराब की वजह से होती है. शराब के कारण विश्व में हर दिन 6 हजार लोगों की मौत होती है.
भारत में हर वर्ष करीब 1 लाख लोगों की मौत शराब के अप्रत्यक्ष दुरुपयोग के कारण होती हैं. इसके अलावा हर वर्ष 30 हजार कैंसर रोगी ऐसे हैं जिनकी मौत शराब के कारण हुई है.
शराब के सेवन से परिवार कैसे प्रभावित होता है
अत्यधिक शराब पीने से व्यक्ति के खुद के जीवन के साथ साथ उसके बच्चों का भविष्य भी खराब हो जाता है.
एल्कोहल ज्यादा मात्रा में लेने से लोगों के घर बर्बाद हो जाते हैं, भारत में सबसे ज्यादा घर शराब के कारण बर्बाद होते हैं, क्योंकि शराब पीकर व्यक्ति लड़ाई – झगड़े करता है.
कुछ लोग इतनी अधिक मात्रा में नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं जिसके बाद वह भूल जाते हैं कि उनके सामने कौन खड़ा है. अपने माता- पिता, पत्नी और बच्चों के साथ बुरा बर्ताव करते हैं. जिस वजह से घरवाले भी शराबी व्यक्ति से नफरत करने लगते हैं. पड़ोसी – रिश्तेदार में एक शराबी व्यक्ति की कोई इज़्ज़त नही करता है.
6 फीसदी महिलाओं को इलाज की जरुरत
ऐसा नही है कि शराब का सेवन केवल पुरुष ही करते हैं, जहां 27 प्रतिशत पुरुष ऐल्कॉहॉल का सेवन करते हैं वहीं शराब का सेवन करने वाली महिलाओं की संख्या करीब 2 प्रतिशत है.
इतना ही नहीं करीब साढ़े 6 फीसदी महिलाएं ऐसी भी हैं जिनकी शराब पर निर्भरता इतनी ज्यादा है कि उन्हें इलाज की जरूरत है.