16 अगस्त 2019 को अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि है. लंबे समय से बीमार चल रहे अटल बिहारी वाजपेयी का निधन आज के दिन पिछले वर्ष एम्स अस्पताल में हुआ था. वाजपेयी एक दिग्गज राजनेता होने के साथ साथ मशहूर कवि भी थे. उन्होंने कई कविताएं लिखी, जिनमें से उनकी एक कविता बहुत प्रसिद्ध है. वाजपेयी जी की इस कविता ने दुश्मनों के होश उड़ा दिए थे.
अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लिखी गयी उनकी लोकप्रिय कविता
एक नहीं दो नहीं करो बीसों समझौते, पर स्वतंत्रता भारत का मस्तक नहीं झुकेगा.
अनगिनत बलिदानों से अर्जित यह स्वतंत्रता, अश्रु स्वेद शोणित से सिंचित यह स्वतन्त्रता.
त्याग तेज तपबल से रक्षित यह स्वतंत्रता, दु:खी मनुजता के हित अर्पित यह स्वतन्त्रता.
इसे मिटाने की साजिश करने वालों से कह दो, चिंगारी का खेल बुरा होता है.
औरों के घर आग लगाने का जो सपना, वो अपने ही घर में सदा खरा होता है.
अपने ही हाथों तुम अपनी कब्र ना खोदो, अपने पैरों आप कुल्हाड़ी नहीं चलाओ.
ओ नादान पड़ोसी अपनी आंखे खोलो, आजादी अनमोल ना इसका मोल लगाओ.
पर तुम क्या जानो आजादी क्या होती है? तुम्हें मुफ्त में मिली न कीमत गई चुकाई.
अंग्रेजों के बल पर दो टुकड़े पाए हैं, मां को खंडित करते तुमको लाज ना आई ?
अमेरिकी शस्त्रों से अपनी आजादी को दुनिया में कायम रख लोगे, यह मत समझो.
दस बीस अरब डॉलर लेकर आने वाली बर्बादी से तुम बच लोगे यह मत समझो.
धमकी, जिहाद के नारों से, हथियारों से कश्मीर कभी हथिया लोगे यह मत समझो.
हमलों से, अत्याचारों से, संहारों से भारत का शीष झुका लोगे यह मत समझो.
जब तक गंगा मे धार, सिंधु मे ज्वार, अग्नि में जलन, सूर्य में तपन शेष,
स्वातंत्र्य समर की वेदी पर अर्पित होंगे अनगिनत जीवन यौवन अशेष.
अमेरिका क्या संसार भले ही हो विरुद्ध, कश्मीर पर भारत का सर नही झुकेगा
एक नहीं दो नहीं करो बीसों समझौते, पर स्वतंत्र भारत का निश्चय नहीं रुकेगा.
वाजपेयी न केवल भारत के 11 वें प्रधानमंत्री थे. बल्कि वह एक ऐसे नेता थे, जिनका न कोई दुश्मन था और न ही वह किसी को अपना शत्रु मानते थे.
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित BJP के अन्य नेताओं ने वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर उनके स्मारक ‘सदैव अटल’ पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
BJP के कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी और ट्विटर अकाउंट से अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए ट्वीट किया कि, ‘भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष, असंख्य कार्यकर्ताओं के पथ प्रदर्शक और हमारे प्रेरणा स्रोत भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि.’