असम के नगांव जिले के रहने वाली हिमा दास ने किया ऐसा कारनामा जो अभी तक कोई खिलाडी नहीं कर पाया. भारत ने हमेशा से जिस खेल में स्वर्ण पदक को हासिल करने का सपना देखा उसे हिमा दास ने किया पूरा.
हिमा दास ने IAAF World Undertwenty Championship की 400 मीटर की दौड़ में अपने सभी प्रतिध्वंधियों को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता और भारत को पहली बार World Championship की दौड़ में सोने का तमगा हासिल कराकर भारत का सपना पूरा किया.
हिमा दास ने गुरुवार को 400 मीटर की दौड़ 51.46 सेकंड में पूरी की. जीत हासिल कर हिमा दास भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला बनी.
हिमा दास से पहले World Championship में सीनियर और जूनियर किसी भी लेवल पर कोई स्वर्ण पदक नहीं जीत पाया है.
हिमा दास से पहले अब तक दौड़ में सबसे अच्छा प्रदर्शन मिलका सिंह और PT उषा का रहा था. हिमा दस से पहले मिलका सिंह 1960 में ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहे थे और PT उषा ने भी 400 मीटर की दौड़ में 1984 में ओलिंपिक में चौथा स्थान प्राप्त किया था.
सेमी फाइनल में भी हिमा दास 52.2 सेकंड से पहले स्थान पर रही थी और बाद में IAAF World Undertwenty Championship में हिमा दास ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया. एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने हिमा दास को स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी.
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