पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का शनिवार को निधन हो गया. 66 साल के जेटली को 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था, जब उन्हें दर्द और बेचैनी की शिकायत हुई. उन्हें अस्पताल के कार्डियो-न्यूरो सेंटर में निगरानी में रखा गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला उन नेताओं में शामिल थे जिन्होंने अस्पताल में वरिष्ठ भाजपा नेता से मुलाकात की थी.
इस साल मई में जेटली को इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था. इससे पहले, स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए, भाजपा नेता ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था. मोदी सरकार के सत्ता में लौटने के बाद, उन्होंने प्रधान मंत्री को लिखा कि वह अपने बीमार स्वास्थ्य के कारण “किसी भी जिम्मेदारी” से दूर रहना चाहते हैं.
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन पर शनिवार को कांग्रेस ने दुख जताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की.
पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा, ‘‘हमें अरुण जेटली जी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ है. दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना उनके परिवार के साथ हैं.’’
गौरतलब है कि जेटली का शनिवार को एम्स में निधन हो गया। वह 66 साल के थे. उनका पिछले कई दिनों से उपचार चल रहा था.