बॉलीवुड अभिनेत्री और BJP सांसद हेमा मालिनी संसद में झाड़ू लगाते हुए नजर आयी. केवल हेमा मालिनी ही नहीं बल्कि उनके साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी सफाई अभियान में मौजूद थे. हेमा मालिनी के झाड़ू लगाने पर यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया.
हेमा मालिनी की संसद में झाड़ू लगाते हुए वीडियो
#WATCH Delhi: BJP MPs including Minister of State (Finance) Anurag Thakur and Hema Malini take part in 'Swachh Bharat Abhiyan' in Parliament premises. pic.twitter.com/JJJ6IEd0bg
— ANI (@ANI) July 13, 2019
हेमा मालिनी के झाड़ू लगाने पर, ट्वीटर पर यूजर्स ने किए कुछ ऐसे कमेंट
Hema Malini is afraid that she might complete the 'Swachh Bharat Abhiyan' if she sweeps seriously. pic.twitter.com/WEXeWR7w2x
— Upendra Tudu (@utudugod) July 13, 2019
Ye sb bs dikhawa veer h…
— Mukesh Tiwari (@MukeshT82573542) July 13, 2019
#WATCH Delhi: BJP MPs including Minister of State (Finance) Anurag Thakur and Hema Malini take part in 'Swachh Bharat Abhiyan' in Parliament premises. pic.twitter.com/JJJ6IEd0bg
— ANI (@ANI) July 13, 2019
Nothing she is sweeping already cleaned roads. It's just a show work.
— THIRUMAL (@ThirumalWnp) July 13, 2019
हेमा मालिनी इससे पहले भी ऐसे अभियानों में भाग लेती नजर आती रही हैं. इससे पहले लोकसभा चुनाव से पहले हेमा मालिनी खेतों में बोझा उठाते हुए नज़र आई थीं. इन सबके अलावा हेमा मालिनी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहती हैं.
साल 2014 में स्वच्छ भारत अभियान PM मोदी द्वारा शुरू की गई एक योजना थी. जिसका मकसद देश को स्वच्छ बनाना था.
PM मोदी द्वारा चलाई गई इस योजना पर देश के सभी वर्ग के लोगों ने सफाई अभियान में अपनी- अपनी भूमिका निभाई. जिसमें कि युवा वर्ग सबसे ज्यादा शामिल हैं.
लेकिन जनप्रतिनिधियों का संसद में जहां पर पहले से ही साफ- सफाई रहती है, वहां झाड़ू लगाना किस तरह से सही है. एक तरफ तो जनप्रतिनिधियों का कहना है कि हम जनता को जागरूक करने के लिए सफाई अभियान में हिस्सा ले रहे हैं.
अगर जनता के रखवाले सच में देश को स्वच्छ बनाने की पहल समाज के सामने कर रहे हैं तो वह किसी छोटे क्षेत्र की झुग्गी- झोपडी के आस पास वाले इलाके को साफ क्यों नहीं करते. क्यूंकि सफाई के लिए जागरूक करने की सबसे ज्यादा आवश्यकता तो स्लम क्षेत्रों में हैं.
संसद में जनप्रतिनिधियों का झाड़ू लगाना महज एक दिखावा है या कुछ और ?
इस सवाल पर आप अपनी राय Public View की वेबसाइट www.publicview.in पर सांझा कर सकते हैं.