भारतीय बैंकों से हज़ारों करोड़ रुपए लेकर विदेश भाग जाने वाले विजय माल्या पर लगे आरोपों पर ब्रिटेन में आज एक बार फिर से सुनवाई होगी. ब्रिटेन की अदालत माल्या के प्रत्यर्पण मामले में अहम फैसला सुना सकती हैं. अगर फैसला माल्या के खिलाफ आता है, तो यह भारत के लिए बड़ी कामयाबी होगी.
ब्रिटेन के गृहमंत्री ने साजिद जाविद ने विजय माल्या के प्रत्यर्पण के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं. जिसके बाद विजय माल्या ने गृहमंत्री साजिद जाविद के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील करने की अनुमति मांगी है.
ब्रिटेन कोर्ट के फैसले पर भारतीय जांच एजेंसियों की नजर टिकी हुई हैं. अगर ब्रिटेन से फैसला माल्या के खिलाफ आता है, तो यह भारत के लिए बड़ी कामयाबी होगी. लेकिन अगर करोड़ों रुपए लेकर भाग गए विजय माल्या को दोबारा अपील करने की इजाजत मिलती है तो केस एक बार फिर से बीच में रुक सकता है.
दोबारा अपील करने के बाद कोर्ट के फैसले से माल्या को कुछ और महीने तक का समय मिल सकता है. इसीलिए भारतीय जांच एजेंसियों के लिए आज आने वाला फैसला, बड़ा फैसला होगा. भारत ने पहले ही माल्या के प्रत्यर्पण के लिए सभी जरूरी दस्तावेज कोर्ट को सौंप दिए हैं.
इससे पहले भी 5 अप्रैल को किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व प्रमुख 63 वर्षीय माल्या के भारत प्रत्यर्पित होने के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया गया था. विशेषज्ञों का कहना हैं कि यदि फिर से विजय माल्या को अपील करने की छूट दी जाती है, तो दोबारा अपील की सुनवाई में कम से कम 3 से 4 महीनों का समय लग जाएगा.