झारखंड के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच सोशल मुहल्ले में ही जंग छिड़ गयी. इधर से रघुवर दास ने कुछ कहा तो उधर से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी जवाब में आरोपों के तीर दागे.
झारखंड के मुख्यमंत्री ने पूर्व राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, “साढ़े चार साल पहले झारखण्ड के माथे पर भ्रष्टाचार और घोटाले का कलंक लगा था। हमारी सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था दी और आज राज्य का हर नागरिक गर्व से कहता है कि हां, मैं झारखण्डवासी हूं.”
मौजूदा मुख्यमंत्री ने जब इतना कुछ कहा तो पूर्व मुख्यमंत्री कैसे चुप रह जाते ? उन्होंने ने भी न दाएं देखा न बाएं और सीधा मुख्यमंत्री रघुवर दास को ही जवाब दिया, जवाब क्या दिया उन्होंने भी कई आरोप रघुवर सरकार पर लगा दिए.
मौजूदा मुख्यमंत्री के आरोप के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, “एक बार स्वास्थ्य मंत्री से भी पूछ लेते ? क्या वो सहमत हैं इस कथन से
आपके मंत्री इतने गिरे हुए हैं की 50 हज़ार पर कमीशन नहीं छोड़ते और आप ईमानदारी का पाठ पढ़ाते हैं।
और हाँ लिखते हुए ज़रा सोच लीजिए –
- हाथी किसने उड़ायी
- कम्बल किसने लूटा
- टैब में कमीशन किसने खायी”
- हेमंत सोरेन यही नहीं रुके उन्होंने एक और तीर दागा.
- डस्टबीन में किसने लूटा
- बिजली विभाग की चोरी
- पोषाहार घोटाला
- #अबकीबाररघुबर_पार
चलिये अब आपको बताते हैं कि आखिर किस मोहल्ले में दोनों के बीच ये मार हुआ.
हुआ ये कि 13 जलाई की रात 8 बज कर 10 मिनट पर झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दस ने ट्विटर मोहल्ले में एक ट्वीट किया जिसमे उन्होंने पूर्व सरकार पर आरोप लगाते हुए अपनी सरकार की तारीफ की और साथ ही साथ यह भी हैश टैग लगाया कि “अबकी बार 65 पार”.
साढ़े चार साल पहले झारखण्ड के माथे पर भ्रष्टाचार और घोटाले का कलंक लगा था। हमारी सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था दी और आज राज्य का हर नागरिक गर्व से कहता है कि हां, मैं झारखण्डवासी हूं। #AbkiBaar65Paar pic.twitter.com/v4P6JZDY8p
— Raghubar Das (@dasraghubar) July 13, 2019
जवाब में पूर्व सरकार में मुख्यमंत्री पद संभालने वाले हेमंत सोरेन ने भी ट्वीट को रिट्वीट करते हुए, ऊपर बताए गए आरोप लगाए और हेमंत ने भी एक हैश टैग का इस्तेमाल किया उन्होंने लिखा कि “अबकी बार रघुवर पार”.
एक बार स्वास्थ्य मंत्री से भी पूछ लेते ? क्या वो सहमत हैं इस कथन से
आपके मंत्री इतने गिरे हुए हैं की 50 हज़ार पर कमीशन नहीं छोड़ते और आप ईमानदारी का पाठ पढ़ाते हैं।
और हाँ लिखते हुए ज़रा सोच लीजिए –
हाथी किसने उड़ायी
कम्बल किसने लूटा
टैब में कमीशन किसने खायी https://t.co/2cI8l2xOLf
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 13, 2019
डस्टबीन में किसने लूटा
बिजली विभाग की चोरी
पोषाहार घोटाला#अबकी_बार_रघुबर_पार
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 13, 2019
खैर इन सब के बावजूद रघुवर दास झारखंड के एकलौते ऐसे मुख्यमंत्री बनने के कगार पर हैं जो अपना 5 साल का कार्यालय पूरा करेंगे.
रघुबर दास ने इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा का लक्ष्य निर्धारित किया है – “अबकी बार 65 पार”.
दास ने कहा, “झारखंड के नागरिकों ने लोकसभा चुनावों में ‘महागठबंधन’ को आइना दिखाया है. वे एनडीए की विकास की राजनीति से प्रभावित थे. इस बार भी उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा.”