रांची: झारखंड में कांग्रेस पार्टी के भीतर बीते कुछ समय से आनाकानी चल रही थी. पार्टी दो गुटों बट चुकी थी. किसी को भी अंदाज़ा नहीं था कि ये उठापटक मार-पिटाई का रूप ले लेगा.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार और वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय के समर्थकों के बीच झड़प हो गयी. दोनों गुटों के बीच नारेबाजी हुई. दोनों तरफ के लोग अपने नेता के नाम के साथ जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे, तभी अचानक दोनों आपस में भिड़ गये.
मामला इस हद तक बढ़ गया कि आखिर में प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा और माहौल खराब होता देख पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा.
इस झड़प में कई लोग लोग घायल हो गए और यहां तक कि कवरेज के लिए गए पत्रकारों को भी चोंटे आयी हैं.
हंगामा के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कार्यकर्ताओं काे संबोधित किया. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने को कहा.
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि ” लोकसभा चुनाव में हार का दुख मुझे भी है. उन्होंने कहा कि ये लड़ाई पद की लड़ाई नहीं है. सुबोधकांत सहाय पर आरोप लगते हुए उन्होंने कहा कि, वो पार्टी पर कब्ज़ा करना चाहते है. वो चाहते हैं कि हर जगह उनके ही लोग हों.”
उन्होंने आगे कहा कि, ” उन्होंने अपनी हार कि जिम्मेदारी नहीं ली”. अजय कुमार ने यह साफ़ कर दिया कि उनके हिसाब से टिकट का वितरण नहीं होगा और अच्छे उम्मीदवार होंगे उन्हें ही टिकट मिलेगा. उन्होंने यहां तक कह दिया कि “किसी के बाप का राज नहीं है”.
उन्होंने आगे कहा कि, “हमने ईमानदारी से झारखंड की सेवा की है और इनलोगों के जो चोर लोग है,कोयला चोरी में नाम आता है,जिनका CBI में नाम आता है. अब हम इनसे सीखेंगे राजनीति.”
बता दें कि कुछ दिन पहले भी प्रदेश कांग्रेस की प्रस्तावित बैठक के होने से पूर्व ही प्रदेश अध्यक्ष के विरोधियों ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की थी.