समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक शुक्रवार, 14 जून को झारखंड के सरायकेला-खरसावां क्षेत्र में माओवादियों द्वारा कम से कम पांच पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
अविनाश कुमार, उप-विभागीय पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि, “पांच पुलिस कर्मी – जिसमे दो सहायक उप-निरीक्षक और तीन कांस्टेबल शामिल है, झारखंड-बंगाल सीमा के सटे तिरुलडीह पुलिस थाना क्षेत्र में गश्त के दौरान उनपर हमला किया गया.”
जिला पुलिस प्रमुख चंदन सिन्हा ने कहा कि हमलावर दो मोटरसाइकिलों पर थे और गश्त पर निकले पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाईं. हम भीषण हत्याओं में शामिल माओवादी दस्ते का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं,
पुलिस महानिदेशक मुरारी लाल मीणा के अनुसार, नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों की घेराबंदी कर उनपर गोली चलाई.
एक ओर राज्य के नये DGP कमल नयन चौबे का कहना हैं कि, राज्य की पुलिस काफी सक्रिय और संवेदनशील है, वहीं कभी किसी महिला होमगार्ड को ड्यूटी के दौरान अगवा कर लेना और पांच-पांच पुलिसकर्मियों की इस तरह निर्मम हत्या,पुलिस की कार्यशैली व सक्षमता पर सवाल तो उठाती है.
जानकारी के अनुसार मृत पुलिसकर्मियों के सभी हथियार घटनास्थल से गायब हैं. जिससे कयास लगाये जा रहे हैं कि इस जघन्य घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया है.
झारखंड मुख्यमंत्री रघुबर दास ने इस हमले की निंदा की, उन्होंने कहा कि माओवादियों की ओर से हताशा का प्रतीक है, जो राज्य से मिटा दिए जाने के कगार पर हैं.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, सरायकेला में हुए नक्सली हमले में शहीद जवानों की शहादत को नमन। दुख की इस घड़ी में समस्त झारखंडवासी शहीदों के परिजनों के साथ हैं. हमारी सरकार नक्सलवाद को करारा जवाब दे रही है, हमारे जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.
सरायकेला में हुए नक्सली हमले में शहीद जवानों की शहादत को नमन। दुख की इस घड़ी में समस्त झारखण्डवासी शहीदों के परिजनों के साथ हैं। हमारी सरकार नक्सलवाद को करारा जवाब दे रही है, हमारे जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
— Raghubar Das (@dasraghubar) June 14, 2019
देश में माओवादी हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले महीने, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में माओवादी हमले में कम से कम 15 सुरक्षाकर्मी और एक ड्राइवर की मौत हुई थी.
कमांडो को ले जा रहे पुलिस वाहन पर एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का उपयोग करके हमला किया गया था.
अप्रैल में, राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से दो दिन पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा काफिले पर हमला करने के बाद भाजपा विधायक भीमा मंडावी और चार सुरक्षाकर्मी मारे गए थे.