झारखंड के गिरिडीह जिले में सिंचाई परियोजना के लिए बनाई गयी कोनार नहर, बुधवार को मुख्यमंत्री के उद्घाटन के लगभग 12 घंटे बाद टूट गयी. नहर के टूट जाने से आस पास के गांव और फसलों को नुकसान हुआ.
नहर टूटने के लिए चूहें जिम्मेवार
लेकिन अब कोनार नहर परियोजना के टूटने का कारण पता चल गया है. जानकारी के मुताबिक, शुरुआती जांच में नहर के टूटने के लिए चूहों के जिम्मेवार होने की आशंका है.
चीफ इंजीनियर द्वारा सौंपी गयी प्रारंभिक रिपोर्ट में चूहों के बिल होने की वजह से घटना की संभावना जताई गयी है. ऐसा माना जा रहा है कि कोनार नहर के आस पास चूहों ने बिल बना रखे थे, जिस वजह से नहर के अंदर की जमीन खाली होती गयी और यह घटना घटी.
24 घंटे में रिपोर्ट देने के दिए आदेश
अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने जल संसाधन विभाग के प्रमुख के नेतृत्व में उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया और कमेटी को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं.
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आपको बता दें कि इस सिंचाई परियोजना को बनाने के लिए 2 हज़ार 176 करोड़ की राशि खर्च की गयी. कार्य पूरा हुए बिना ही विधानसभा चुनाव के चलते सरकार के जल्दबाज़ी में उद्घाटन करने से कोनार सिंचाई परियोजना खत्म हो गयी.