डायरिया की समस्या आज के समय में लोगों में बहुत दिखाई देती हैं क्यूंकि डायरिया आज के समय में एक आम बीमारी हैं. वैसे तो डायरिया की बीमारी किसी भी को हो सकती हैं लेकिन डायरिया का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता हैं इसलिए डायरिया से बच्चों को बचाना चाहिए.
डायरिया क्या हैं ?
डायरिया के अंतर्गत दस्त लगने, उलटी जैसी बीमारी आती हैं. डायरिया से लोगों को डी-हाइड्रेशन की कमी हो जाती हैं. पानी की कमी होने के कारण बीमार व्यक्ति बिस्तर पकड़ लेता हैं. डायरिया जानलेवा भी हो सकता हैं.
डायरिया के कारण-
- घबराहट होती हैं
- खानपान में बदलाव के कारण डायरिया की दिक्क्त होती हैं
- बदहजमी भी डायरिया का एक हिस्सा हैं
- किसी दवा का साइड इफेक्ट होना
डायरिया के लक्षण-
- दस्त ,उल्टी ,पेट में दर्द होना
- कमजोरी और थकान महसूस होना
- बुखार व चक्कर आना
- छोटे बच्चों में डायरिया के समय मुंह सूखने लगता हैं
- बच्चे का पेट, आंख और गाल सिकुड़े से हों या फिर बच्चे ने काफी देर से पेशाब न किया हो
- बच्चा रो रहा हो लेकिन आंसू न निकल रहे हों तो डायरिया हो सकता हैं
डायरिया से बचाव-
- डायरिया से बचे रहने के लिए खाने से पहले फल और सब्जियों को अच्छे से धो लें
- जितनी भूख हो उससे थोड़ा कम खाएं और साफ पानी पीएं
- खुले में बिकने वाले खाने से परहेज करें
- नाखून की साफ-सफाई का रखें.