वित् मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए तथा सरकार की पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए बैंको का विलय किया. लेकिन क्या आप जानते है कि बैंकों के विलय होने से आपको भी कुछ नए बदलाव करने होंगे.
आइये आपको बताते हैं कि बैंकों के विलय से कौन से नए बदलाव करने होंगे.
सरकारी बैंकों के विलय से खाताधारकों के अकाउंट पर कोई असर नहीं होगा लेकिन अकाउंट होल्डर्स के लिए काम जरूर बढ़ने वाला है.
विलय के बाद खाताधारकों को नए चेकबुक, पासबुक, ATM कार्ड बनवाने पड़ सकते हैं.
इसके अलावा विलय किये गए बैंकों को एक साथ जोड़ा जा सकता है. ताकि बैंक लॉकर एक साथ शिफ्ट हो सकें.
खाताधारकों के लिए खुशखबरी है कि विलय के बाद इन बैंकों से पैसा निकालने पर निर्धारित सीमा के अंदर कोई भी ATM ट्रांजेक्शन चार्ज नहीं लगेगा. बैंकों के ब्रांच और ATM के बड़े नेटवर्क का फायदा कस्टमर्स को मिलेगा.
इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा खाताधारकों को मिल पाएगी.
नई पासबुक या चेकबुक बनवाने के बारे में बैंक जो भी फैसले लेगा उसके बारे में ग्राहकों को पहले सूचित किया जाएगा. ताकि कस्टमर्स को नई पासबुक या चेकबुक बनवाने के लिए समय मिल सके.