वर्ल्ड कप में टीम इंडिया अपनी तीसरी जीत की तरफ अग्रसर नज़र आ रही हैं. भारत का अगला मुक़ाबला गुरुवार को नॉटिंघम में न्यूज़ीलैंड के साथ हैं. न्यूज़ीलैंड और भारत के बीच होने वाला यह मैच बहुत रोमांचिक होगा क्यूँकि यह दोनों टीम विश्वकप में अभी तक एक भी मैच हारी नहीं हैं.
न्यूजीलैंड की टीम 3 बार मैच जीतकर अंक तालिका में टॉप पर है, वहीं भारत 2 मैच जीतकर तीसरे नंबर पर है. ऐसे में भारत का न्यूज़ीलैंड के साथ यह मुकाबला आसान नहीं होने वाला हैं. न्यूज़ीलैंड को मात देने के लिए भारत को केवल एक परिवर्तन की जरूरत हैं.
टीम इंडिया अभी तक सभी मैच लगातार जीत रही हैं लेकिन फिर भी टीम की एक कमी सामने निकल कर आयी हैं . वह हैं टीम के चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव का काफी कमजोर प्रदर्शन. कुलदीप यादव का प्रदर्शन इन दिनों काफी कमजोर रहा हैं ऐसे में उनकी जगह आलराउंडर रवींद्र जडेजा ले सकते हैं.
शिखर धवन की गैरमौजूदगी में जडेजा का आना टीम को मजबूत बनाएगा. उनके आने से टीम की बल्लेबाजी में गहराई देखने को मिलेगी.
भारतीय टीम ने अपना पहला वॉर्म मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. उस मैच में न्यूज़ीलैण्ड की पूरी टीम 179 रन पर ही ऑल आउट हो गई थी. उस मैच में जडेजा ने शानदार 54 रन बनाए थे. इसके अलावा उन्होंने 7 ओवर में केवल 27 रन ही दिए थे और एक विकेट भी लिया था. दूसरी ओर कुलदीप ने पिछले मैच में सिर्फ 6.11 के ऊपर की इकोनॉमी से रन दिए थे. वह विकेट भी नहीं ले पाए थे. वहीं, अफ्रीका के खिलाफ मैच में भी कुलदीप ने सिर्फ एक ही विकेट लिया था.
जडेजा का इंग्लैंड में अच्छा रहा रिकॉर्ड
जडेजा नें अबतक इंग्लैंड में खेलें गए 17 मैचों में 281 रन बनाए हैं. वहीं, जडेजा के नाम 27 विकेट भी दर्ज है. 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की ओर से जडेजा नें शानदार प्रदर्शन किया था. जडेजा ने अपना आखिरी वनडे मैच मार्च 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. उसमें उन्होंने 45 रन देकर 2 विकेट लिए थे.
जडेजा नें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शिखर धवन की जगह पर फील्डिंग करके एडम जम्पा का बेहतरीन कैच पकड़ा था. रवींद्र जडेजा के टीम में वापस आने से टीम की फील्डिंग में बदलाव दिखेगा और जडेजा इस वक़्त टीम के सबसे बेहतरीन फील्डर्स में से एक हैं.