जम्मू कश्मीर के बाद अब सब की निगाह असम पर आकर टिकी हुई है. असम में नागरिकों की अंतिम सूची (NRC) शानिवार सुबह 10 बजे ऑनलाइन प्रकाशित कर दी जाएगी. किसी भी शख्स को भारतीय या गैर-भारतीय बताने वाली पहली सूची प्रकाशित होने के एक साल बाद आने वाली इस सूची में 41 लाख से ज़्यादा लोगों के नाम दर्ज नहीं हैं.
प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल के दौरान जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद अंतिम NRC सूची की घोषणा सबसे बड़ा घटनाक्रम होगा.
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “सूची सुबह 10 बजे तक ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएगी, और जिनके पास इंटरनेट नहीं है, वे राज्य सरकार द्वारा स्थापित किए गए सेवा केंद्रों में जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.”.
इस सूची को लेकर केंद्र सरकार भी कह चुकी है कि जिन लोगों के नाम अंतिम NRC में दर्ज नहीं होंगे, उन्हें तब तक विदेशी घोषित नहीं किया जा सकता, जब तक सभी कानूनी विकल्प इस्तेमाल नहीं किए जाते.
NRC में दर्ज नहीं होने वाला हर शख्स विदेशी ट्रिब्यूनल में अपील कर सकता है, पहले अपील करने की डेडलाइन को 60 दिनों तक थी लेकिन बाद में उसे बढ़ाकर 120 दिन कर दिया गया है.
गौरतलब है कि असम में NRC पहली बार 1951 में प्रकाशित किया गया था, और अब उसे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अपडेट किया गया है, ताकि असम में रह रहे भारतीय नागरिकों और उन लोगों को अलग-अलग किया जा सके, जो मार्च 25, 1971 के बाद गैरकानूनी तरीके बांग्लादेश से भारत में आ कर रहने लगे.