पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बिल्कुल कंगाली की हालत में है. ये बात भातीय मिडिया ने नहीं बल्कि खुद पाक पी.एम इमरान खान ने कही है. हालात अब ऐसे हो गया है कि, खुद पाक पी.एम इमरान खान को देश के नाम एक सन्देश जारी करना पड़ा. जहां एक ओर जून के महीने का खर्चा भी पाक के पास नहीं है वही दूसरी पोलिटिकल पार्टीज भी एक दूसरे पर कीचड़ उछालने से बाज़ नहीं आ रही है.
इमरान खान ने देश की मौजूदा खराब हालात के लिए पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि देश को बर्बादी के कगार पर पहुंचाने वाले लोगों को सजा दिलाया जाएगा. उन्होंने एक जांच आयोग का गठन करने का भी ऐलान किया है. यह जांच आयोग पिछले 10 साल में पाकिस्तान के ऊपर 24 हजार अरब का कर्ज कैसे हो गया इसकी जांच करेगा. इस जांच आयोग में देश की सभी बड़ी जांच एजेंसियों को शामिल किया जाएगा.
आखिर क्या है मामला ?
हाल ही में पाक ने अपना बजट सबके सामने रखा जिसके चलते पाक की कंगाली के बारे में दुनिया को पता चला. वित्त मंत्री हम्माद अजहर ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए 5.55 ट्रिलियन रुपए (36.5 अरब डॉलर) कर राजस्व का बेहद महत्वाकांक्षी लक्ष्य घोषित किया जो पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा है.
मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की 21 करोड़ की आबादी में सिर्फ 20 लाख लोग ही आयकर रिटर्न भरते हैं. इसी चलते सरकार ने वर्तमान के आयकर की अधिकतम दर को 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी कर दिया है. इसके अलावा, टैक्स स्लैब को भी बढ़ा दिया गया है जिसके तहत अब सैलरीड क्लास को 50,000 मासिक आय और नॉन सैलरीड क्लास को 33,333 रुपए की मासिक आय पर टैक्स चुकाना पड़ेगा. इस वर्ष पाकिस्तान की जीडीपी का आकार निर्धारित 6.2 फीसदी के बजाय केवल 3.3 फीसदी ही बढ़ा. जून 2020 तक के वित्तीय वर्ष में उन्होंने वित्तीय घाटा 7.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.
बात की गंभीरता
इस बात की गंभीरता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, खुद इमरान खान ने भावुक होकर देशवासियों से ‘कुर्बानी’ देने की अपील करते हुए कहा. उन्होंने आगे कहा कि, “मैं अपना सारा खर्चा खुद उठाता हूं, इसमें मेरे परिवार का गुजारा नहीं होता. मैं अपने मुल्क के लिए कुर्बानी दे रहा हूं क्योंकि मेरा मुल्क मुश्किल में है. पहली दफा हमारी सरकार ने अपना खर्च 50 अरब रुपए तक कम किया है. हमने सांसदों, कैबिनेट सबके वेतन में 10 फीसदी तक कटौती की है. हम सब मिलकर कुर्बानी देंगे और मुल्क को मुश्किल से निकाल लेंगे.”