जमशेदपुर: परसूडीह के कलियाडीह में हुई भाजपा एसटी मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष होपोन हेंब्रम हत्याकांड में पुलिस ने छह आरोपियों को हिरासत में लिया है. SSP अनूप बिरथरे शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस केस का खुलासा किया.
SSP ने बताया कि होपोन की हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी दी गयी है. शूटरों को एडवांस के तौर पर एक लाख रूपए दिए गए थे. बाकी की रकम काम होने के बाद देने की बात हुई थी. साजिशकर्ता के रूप में झामुमो नेता सजायाफ्ता डॉक्टर टुडू उर्फ श्याम प्रसाद टुडू का नाम सामने आया है।
उसे भी पुलिस जल्द ही रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। अबतक इस मामले में दस आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने इनको किया है गिरफ्तार : बागबेड़ा बेड़ाढीपा के रहने वाले सुखलाल टुडू, पश्चिमी सिंहभूम पांड्राशाली के रहने वाले लॉरेंस हाईबुरू, सिकंदर कुदादा, पंड्राशाली के रहने वाले मदन बास्के, राजनगर के रहने वाले शंकाई हांसदा उर्फ शंकाई के अलावा एक नाबालिग को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
पुलिस का कहना है कि होपोन को घटना के दिन डॉक्टर टुडू का बेटा सुखलाल टुडू के अलावा पश्चिमी सिंहभूम पंड्राशाली का रहने वाला लॉरेंस हाईबुरू और वहीं के सिकंदर कुदादा ने गोली मारी थी। इसमें से एक गोली सुकलाल के बन्दुक से चली थी, दो गोलियां लॉरेंस और तीन गोलियां सिकंदर ने मारी थी.
मदन और शंकाई ने रखी थी नज़र :
पांड्राशाली के रहने वाले मदन बास्के और राजनगर के रहने वाले शंकाई हांसदा उर्फ शंकाई ने घटना के दिन होपोन पर नज़र रखी थी. जब होपोन फुटबॉल खेलने के लिए गए हुए थे, मदन और शंकाई फुटबॉल मैदान में भी गए थे. मैदान से निकलते ही दोनों ने शूटरों को फोन कर जानकारी दी थी.
पैसों कि खातिर घटना को दिया था अंजाम
शूटर सिकंदर ने इस घटना को पैसों कि खातिर दिया था अंजाम. जैसा कि हमे मालूम चला है कि सिकंदर को डेढ़ लाख रुपये की जरूरत थी. घटना को अंजाम देने के बाद अपनी जरूरतों को पूरा करने की बनाई थी योजना.