राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर थाना क्षेत्र में एक किसान ने सल्फास की गोलियां खाकर ख़ुदकुशी कर ली. किसान ने रविवार को सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या की थी. जिसके बाद पुलिस ने किसान का शव पोस्टमार्डम के लिए भेज दिया था. किसान के घर से एक सुसाइड नोट मिला हैं जिसके मुताबिक़ सुसाइड नोट में अशोक गहलोत और सचिन पायलट द्वारा अपने वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है.
सत्ता में आने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने यह वादा किया था कि जब राजस्थान में उनकी सरकार होगी तो सभी क़र्ज़ 10 दिनों के अंदर माफ़ कर दिए जाएंगे. राजस्थान में अब अशोक गेहलोत की सरकार हैं लेकिन कोई क़र्ज़ माफ़ नहीं किया गया. किसान की आत्महत्या के पीछे यही कारण बताया जा रहा हैं क्यूंकि किसान पर ढाई लाख रूपए का क़र्ज़ था. किसान कर्ज माफ नहीं होने से परेशान थे. जिसके वजह से उन्होंने ख़ुदकुशी कर ली.
किसान के घर से मिला सुसाइड नोट पड़ोसी बलबीर ने पुलिस को दिया था. सुसाइड नोट में किसान के सुसाइड करने की वजह किसान पर अधिक क़र्ज़ होना हैं. CRPC की धारा 174 के तहत इस मामले को दर्ज किया गया है. पुलिस सुसाइड नोट में लिखी लिखावट को किसान की लिखावट से मिलाने का प्रयास कर रही हैं.
एक समाचार संस्थान के अनुसार, किसान ने आत्महत्या करने से पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया. जिसमें किसान ने कहा कि उसकी सुसाइड के लिए किसी को भी दोषी न ठहराया जाए. पीड़ित किसान ने वीडियो में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार ने किसानों को मुआवजा तो दिया लेकिन आज तक किसानों को इससे फायदा नहीं हुआ है बल्कि उल्टा बैंक वाले किसानों को परेशान कर रहे हैं. किसान ने गांव वालों से उनके परिवार का ध्यान रखने के लिए कहा.
राजस्थान सरकार को इस घटना से सबख मिला हैं कि सभी किसानों को लाभ मिलना चाहिए. वरना दिन – प्रतिदिन किसी न किसी किसान की ख़ुदकुशी की घटना होती रहेंगी.