RLSP (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि संत रविदास मंदिर को तोडा गया. लेकिन सरकार इस मामले चुप है.
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि केंद्र सरकार दलित- महादलित व पिछड़ा विरोधी है इसलिए अभी तक वह चुप है. इस मुद्दे पर कुशवाहा ने PM मोदी को भी घेरे में लिया और कहा संत रवि दास मंदिर टूट गया, लेकिन PM इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है.
कुशवाहा ने सवाल किया कि क्या वजह है कि केंद्र सरकार दलितों और पिछड़ों से जुड़े मामलों को अदालत में ठीक तरह से नहीं उठा पाती है. चाहे वह SC-ST ऐक्ट में बदलाव का मामला हो या फिर संत रविदास मंदिर का मामला, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस पर अपना पक्ष अदालत में ठीक से नहीं रखा.
संत रविदास उम्रभर इंसानों के अधिकारों के तथा अन्याय के खिलाफ लड़ते रहे. ऐसे महान इंसान का करीब चार सौ साल पुराना मंदिर तोड़ दिया गया, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. हम RLSP संत रविदास का भव्य मंदिर बनाए जाने की मांग करती है क्योंकि यह देश के बहुसंख्यक दलित समाज की आस्था का सवाल है.
मंदिर गिराए जाने से उनकी आस्था आहत हुई है. अगर केंद्र सरकार को दलितों की चिंता है तो वह जल्द से जल्द उसी स्थान पर संत रविदास का मंदिर बना कर दें.
दिल्ली में मंदिर निर्माण को लेकर 15 सितंबर को होने वाले प्रदर्शन का RLSP समर्थन करता है. दलित व् मुसलमानों के साथ पार्टी की दिल्ली इकाई भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लेगी.
कुशवाहा ने कहा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मुद्दे पर मुंह नहीं खोला, यह शर्मनाक है. संत रविदास सिर्फ दलितों के नहीं पूरे देश के लिए पूजणीय हैं.
भीम सेना प्रमुख चंद्रशेखर सहित दूसरे दलित कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर कुशवाहा ने निंदा की और कहा कि इनके खिलाफ जो मामला दर्ज किया गया है उसे तत्काल वापस लिया जाए.