हर साल तेज धूप व बढ़ती गर्मी के बाद जब मानसून आता है तो मौसम बहुत सुहाना हो जाता है लेकिन इस बार मानसून ने सभी राज्यों में देरी से दस्तक दी है. मानसून की इस धीमी रफ़्तार ने लगभग एक सप्ताह की देरी से केरल में दस्तक दी. केरल में मानसून के देरी से पहुंचने के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि यह अन्य राज्यों में भी देरी से पहुंचेगा. बीते 12 वर्षों के मुक़ाबले मानसून ने इस बार पहली बार अपनी रफ़्तार धीमी की है.
मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक़ धीमी गति से बढ़ रहे मानसून ने अब रफ़्तार पकड़ ली है. इस बात का पता मानसून पिछले 4 दिनों में 10 तक पंहुचा और मानसून ने 4 दिनों में 700 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है. इससे लगाया जा सकता है. उत्तर भारत की तरफ मानसून बढ़ रहा है जिसकी पहचान UP के कुछ पूर्वी हिस्सों में बारिश होने के अनुमान से लगाया जा सकता है. इसी के साथ रविवार को वाराणसी में भी मानसून ने दस्तक दी और मौसम में बदलाव देखने को मिला.
दरअसल, पिछले बुधवार को मानसून बंगाल की खाड़ी में था. बंगाल की खाड़ी से धकेले जाने के कारण मानसून की गति असामान्य हो गई है. यही वजह है जिसकी वजह से मानसून ने वाराणसी में पहले दस्तक दी और मुंबई में अभी भी मानसून का इंतजार हैं. वरना हर बार मानसून 10 जून तक मुंबई में पहुंच जाता हैं. मौसम विभाग का कहना हैं अगले एक दो दिन में मानसून मुंबई तक पहुंचेगा और लगभग कुछ दिनों में पूरे महाराष्ट्र में मानसून का दौर शुरू होगा.
मानसून देर से शुरू होने की वजह से बारिश की रफ़्तार सामान्य से कम हैं. बिहार में हो रही बारिश ने राज्य के लोगों को भी काफी राहत पहुंचाई है. बारिश की वजह से बिहार में चमकी बुखार से जूझ रहे लोगों की संख्या में भी कमी आयी है. क्यूंकि बिहार के तापमान में गिरावट आयी हैं.