चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कहा कि मैं वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना करती हूं.
सोनिया गांधी ने कहा कि चंद्रयान का सफर थोड़ा लंबा जरूर हुआ है लेकिन आने वाले कल में सफलता जरूर मिलेगी.
उन्होंने कहा, ”हम इसरो और इससे जुड़े वैज्ञानिकों के कर्ज़दार हैं. उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने भारत को अंतरिक्ष की दुनिया में देशों की कतार में शामिल कर दिया है और आगे की पीढ़ियों को प्रेरित किया है कि वे सितारों तक पहुंचे.”
उन्होंने इसरो की अतीत की सफलताओं का उल्लेख किया और कहा कि हर रुकावट भविष्य की सफलता से पहले का एक पड़ाव है.
गौरतलब है कि चंद्रयान -2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया. संपर्क तब टूटा, जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था.
सोनिया गांधी के अलावा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी कहा कि निराश होने की कोई जरूरत नहीं है. इसरो का केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं..’