भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दो दिग्गज महिलाओं, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मंगलवार को अपने विधायी करियर के अंत का संकेत दिया,
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, जिन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का अपना इरादा घोसित कर दिया था , एक सेवानिवृत्त निर्वाचित अधिकारी के तरफ रुख़ करते नज़र आ रही हैं. सात बार के सांसद जिन्होंने संसद के दोनों सदनों में सेवा की, स्वराज ने अब लोकसभा सचिवालय में एक पूर्व सांसद कार्ड के लिए आवेदन पेश किया है.
कार्ड पूर्व सदस्यों को मुफ्त ट्रेन यात्रा और संसद परिसर में बंधनमुक्त प्रवेश की अनुमति देता है. स्वराज 40 साल पहले चुनावी राजनीति में शामिल हई थीं और 25 साल की उम्र में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री बनी थीं.
स्वराज, 67, और महाजन, 76, ने 16 वीं लोकसभा में क्रमशः विदिशा और इंदौर का प्रतिनिधित्व किया, जो कि दोनों मद्य प्रदेश में है.
स्वराज ने पिछले साल स्वास्थ्य आधार का हवाला देते हुए घोषणा की थी कि, वो 2019 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह राजनीति से संन्यास नहीं ले रही थी.
महाजन, एक आठ-दिवसीय सांसद, ने अप्रैल में एक खुला पत्र लिखा था जिसमें इंदौर के उम्मीदवार की घोषणा करने में भाजपा की हिचकिचाहट पर सवाल उठाया था और घोषणा की थी कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. मंगलवार के कदम से संकेत मिलता है कि दोनों दिग्गजों के लिए ऊपरी सदन में कोई जगह नहीं होगी.
महाजन सोमवार को संसदीय सूचना कार्यालय (पीएनओ) से संपर्क करने वाली पहली व्यक्ति थीं. जिस दिन सरकार ने राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिरला को 17 वीं लोकसभा में स्पीकर पद के लिए चुना था, उस दिन उनके आवेदन कोमंजूरी दे दी गई थी. महाजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ विदाई बैठक कीं और भाजपा के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा को शुभकामनाएं दीं.
उन्होंने ट्वीट किया, “ आपने मुझे लोकसभा स्पीकर बनने का अवसर दिया। धन्यवाद, प्रधानमंत्री मोदी.”
उनके प्रवक्ता पंकज क्षीरसागर ने एक समाचार संसथान को पुष्टि की कि पूर्व सांसद कार्ड उन्हें मंगलवार को जारी किया गया था.
इसके विपरीत, स्वराज ने इसे उतनी हवा नहीं दी. कोई ट्वीट नहीं किया, और उनके सहयोगियों ने न तो पुष्टि की और न ही इनकार किया कि उनका सात-दिवसीय संसदीय कैरियर समाप्त हो रहा है. लोकसभा सचिवालय ने पुष्टि की है कि उनका आवेदन मंगलवार को प्राप्त हुआ था और जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी.
“ संसद सुषमा जी और उनकी वाक्पटुता को याद करेगी, ” बीजेपी की वाणी त्रिपाठी टिकू ने कहा, ” यह असामान्य है कि आपके पास एक ऐसी महिला नेता हैं जो दशकों से विदेश नीति के मामले से लेकर सूचना और प्रसारण, शिक्षा वगैरह के लिए हर संभव मुद्दे पर डटी रहीं.”