5 सितंबर टीचर्स डे, हरेक स्टूडेंट और टीचर के लिए सबसे खास दिन. क्यूंकि अगर टीचर नहीं होते तो शायद ही हमारा और आपका अपने जीवन में कुछ कर पाना मुमकिन होता. टीचर (गुरु) ऐसे महान शख्सियत होते है जिनका नाम भगवान से भी पहले लिया जाता है.
क्या आप जानते हैं कि टीचर्स डे क्यों मनाया जाता है ?
टीचर्स डे मनाने के पीछे एक बहुत ही खूबसूरत ही कहानी है. जो आज हम आपको बताने जा रहे है, हो सकता है कि कुछ लोगों ने इस कहानी को पहले सुना हो लेकिन जिन्होंने नहीं सुना है, उनके लिए इस कहानी को जानने का अच्छा मौका है.
टीचर्स डे हर वर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है. इस दिन सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन था. सर्वपल्ली राधा कृष्णन वह महान व्यक्ति जो भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे. राधाकृषणन एक विद्वान और दार्शनिक होने के साथ- साथ एक महान शिक्षक भी थे.
राधाकृष्णन जब राष्ट्रपति बने थे तो लोगों ने 5 सितंबर को राधाकृष्णन दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया, लेकिन ये राधाकृष्णन जी को पसंद नहीं आया और उन्होंने इस दिन को टीचर्स डे के तौर पर मनाने का प्रस्ताव रखा. जिसके बाद से ही हर साल 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाने लगा.
टीचर्स डे पर हर वर्ष स्टूडेंट्स अपने टीचर्स को गिफ्ट देकर यह दिन मनाते है. स्कूल में टीचर्स डे सबसे ज्यादा सेलिब्रेट किया जाता है.
सोशल मीडिया पर “टैग” कर दें बधाई
ऐसे में जो स्टूडेंट्स पास आउट हो गए हैं उनके लिए निराश होने की जरूरत नहीं है, वह सोशल मीडिया के जरिए इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अपने टीचर्स को “कैप्शन” के साथ “टैग” करके उन्हें टीचर्स डे की बधाई दें सकते हैं.
अगर आपके पास आपके टीचर्स की फोटो है तो आप फोटो अपलोड कर भी टीचर्स डे की बधाई दें सकते हैं.