गुरुवार को संसद के संयुक्त संबोधन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के ध्यान न देने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर मुश्किल में पड़ गए हैं.
राहुल गांधी को अपने फोन में स्क्रॉल करते हुए पाया और फिर राष्ट्रपति कोविंद के एक घंटे के भाषण में लगभग 24 मिनट के लिए टाइप करते देखा गया.
हालांकि उनकी मां और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भाषण को सुना और बीच-बीच में तालियां भी बजाईं, लेकिन राहुल गांधी ने उनके द्वारा बोले गए किसी भी विषय के लिए राष्ट्रपति की सराहना नहीं की.
राहुल गांधी संसद की तस्वीरें लेते हुए नज़र आये और और सोनिया गांधी से लगभग 20 मिनट तक बात करते हुए दिखे, जबकि राष्ट्रपति कोविंद पिछले पांच वर्षों में मोदी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों पर चर्चा करते रहे.
जब राष्ट्रपति कोविंद ने उरी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट हवाई हमले का जिक्र किया तो पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा, यहां तक कि सोनिया गांधी ने भी सराहना में मेज थपथपाई, लेकिन राहुल गांधी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखयी.
इसने सोनिया गांधी राहुल गांधी के तरफ देखने को मजबूर हो गईं लेकिन राहुल गांधी लगातार चुपचाप बैठे रहे.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि भारत के लोगों ने 2014 में शुरू हुई देश की विकास यात्रा को तेज करने के लिए “स्पष्ट जनादेश” दिया है.
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार एक मजबूत, सुरक्षित और समावेशी भारत बनाने के लिए आगे बढ़ रही है.
ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में संसद के दोनों सदनों के संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाएं बड़ी संख्या में आम चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए निकली.
उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने के लिए किए गए हमलों के लिए मोदी सरकार की प्रशंसा की.
राष्ट्रपति ने कहा कि, काले धन के खिलाफ शुरू की गई मुहिम को और आगे बढ़ाया जाएगा. पिछले 2 वर्ष में, 4 लाख 25 हजार निदेशकों को अयोग्य घोषित किया गया है और 3 लाख 50 हजार संदिग्ध कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया है.