आज कल की प्रतिस्पर्धा वाली जिंदगी में एक स्टूडेंट शुरुआत से ही अच्छे से पढ़ाई करता है. ताकि समय आने पर वह एक अच्छी नौकरी पाकर अपना और अपने परिवार का जीवन अच्छे से व्यतीत कर सके. लेकिन क्या आपको क्या पता है कि उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद भी लोगों को उनकी मनचाही नौकरी नहीं मिलती.
इसी डर के चलते एक फैसला लिया बॉम्बे IIT से बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल करने वाले श्रवण कुमार ने. जी हां सरकारी नौकरी करके अपनी जॉब को सुरक्षित रखने के लिए IIT से पढ़े इस छात्र ने रेलवे ग्रुप डी (RRB Group D) की नौकरी ज्वॉइन की है.
IIT से पढ़ने के बाद हर किसी का सपना होता है कि वह इंटरनेशनल कंपनियों में काम करें. लेकिन जब श्रवण से पूछा गया कि उन्होंने इंटरनेशनल कंपनियों को छोड़कर सरकारी नौकरी करने की क्यों सोची तो श्रवण ने बताया कि सरकारी नौकरी में जॉब सिक्योरिटी होती है. मेरे कई दोस्त प्राइवेट सेक्टर में हैं, लेकिन वह सरकारी नौकरी ही करना चाहते थे.
फ़िलहाल, श्रवण धनबाद रेलवे स्टेशन पर ट्रैकमैन का काम देख रहे हैं, उनकी पोस्टिंग 30 जुलाई को धनबाद रेल मंडल में की गई हैं. श्रवण कहते हैं, मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं भविष्य में एक दिन बड़ा अधिकारी बनूंगा.
श्रवण ने साल 2010 में IIT बॉम्बे के मेट्रोलॉजी एंड मैटेरियल साइंस ब्रांच में इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री कोर्स में एडमिशन लिया था. साल 2015 में उन्हें बीटेक और एमटेक की डिग्री दी गई. पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने रेलवे ग्रुप डी परीक्षा की तैयारी कर उसे क्रैक किया.
रोजगार की कमी और प्राइवेट सेक्टर में नौकरी सुरक्षित नहीं होने की वजह से और सरकारी नौकरी सुरक्षित होने के कारण व्यक्ति को श्रवण कुमार जैसे फैसले लेने पड़ते है.